रोहतक :- कुछ समय पहले रोहतक में ग्रामीण यात्री ठहराव वाली बसों को डिपो में खड़ा करने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन ने इस आदेश की निंदा करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है ।
यूनियन का कहना है कि इस आदेश से बसों के संचालन पर चालक और परिचालक को समय से अतिरिक्त कार्य करना पड़ेगा। इतना ही नहीं सुबह खाली बस गांव सेवा के लिए जाएंगी और शाम को भी गांव से खाली बस डिपो में सिर्फ खड़ा करने के लिए लाई जाएगी। इससे हरियाणा रोडवेज के विभाग को काफी नुकसान होगा ।
हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन मांगों को लेकर कर सकती है आंदोलन
कर्मचारी नेता नरेंद्र दिनोद, सुमेर सिवाच, शिवकुमार ,सुशील कुमार, नवीन राणा एवं जयकुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार कर्मचारियों की मांग को लेकर पहले से गंभीर नहीं है, ऊपर से बनाई गई नई नीतियां कर्मचारियों को बिल्कुल पसंद नहीं आ रही है । जयकुंवार दहिया ने कहा है कि नए फरमान से सरकार ग्रामीण सेवा की बसों को बंद करना चाहती है।
हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा है कि हरियाणा सरकार केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों के तहत धीरे-धीरे करके रोडवेज विभाग को निजी विभाग के हाथों में देना चाहती है ।सरकार कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाएं छीन रही है जिससे कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं ।
कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार की मनमानी रोकने के लिए रोडवेज का प्रत्येक कर्मचारी आंदोलन करने में पीछे नहीं हटेगा ।अगर हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की मांग नहीं मानी गई तो एक बार फिर से कर्मचारियों को धरने पर बैठना पड़ेगा।